ਮੁੰਬਈ, ਮਹਾਂਰਾਸ਼ਟਰ 'ਚ ਸ਼ਰਧਾ ਨਾਮ ਦੀ ਕੁੜੀ, ਕਿਸੇ ਮਲਟੀਨੈਸ਼ਨਲ ਕੰਪਨੀ 'ਚ ਨੌਕਰੀ ਕਰਦੀ ਸੀ, ਇਸੇ ਦੌਰਾਨ ਨਾਲ ਦੇ ਸਹਿਕਰਮੀ , 'ਆਫਤਾਬ' ਨਾਲ ਨਜਦੀਕੀਆਂ ਵਧੀਆਂ, ਮੁਲਾਕਾਤਾਂ ਦਾ ਲੰਮਾ ਦੌਰ ਤੇ ਅਖੀਰ ਕੁੜੀ ਦੇ ਘਰਦਿਆਂ ਨੂੰ, ਇਸ ਨਜਾਇਜ਼ ਰਿਸ਼ਤੇ ਬਾਰੇ ਪਤਾ ਲੱਗ ਗਿਆ, ਇਤਰਾਜ਼ ਜਤਾਇਆ ਤਾਂ ਕੁੜੀ ਭੱਜ ਗਈ, ਮਾਪਿਆਂ ਨੂੰ ਮਿੱਟੀ 'ਚ ਰੋਲ਼ ਕੇ, ਦਿੱਲੀ ਲਾਗੇ ਮਹਿਰੌਲੀ 'ਚ, ਆਫਤਾਬ ਨਾਲ ਲਿਵ ਇਨ ਰਿਲੇਸ਼ਨਸ਼ਿਪ 'ਚ ਰਹਿਣ ਲੱਗ ਪਈ, ਥੋੜੇ ਸਮੇਂ ਬਾਅਦ ਜਦੋਂ ਕੁੜੀ ਨੇ, ਵਿਆਹ ਲਈ ਦਬਾਅ ਬਣਾਇਆ, ਤਾਂ ਇਸ ਦਰਿੰਦੇ ਨੇ, ਕੁੜੀ ਦਾ ਮਈ 2022 'ਚ ਕਤਲ ਕਰ ਦਿੱਤਾ, ਫੇਰ ਲਾਸ਼ ਦੇ 35 ਟੁਕੜੇ ਕਰਕੇ, ਫਰਿੱਜ 'ਚ ਰੱਖੇ ਤੇ ਰੋਜ ਰਾਤੀਂ ਦੋ ਵਜੇ, ਇਕ-ਇੱਕ ਟੁੱਕੜਾ ਸ਼ਹਿਰ 'ਚ ਟਿਕਾਣੇ ਲਾ ਦਿੰਦਾ। ਅਖੀਰ ਪਿਓ ਤਾਂ ਪਿਓ ਹੁੰਦੈ, ਲਗਾਤਾਰ ਪੰਜ ਮਹੀਨੇ ਫੋਨ ਕਰਦਾ ਰਿਹਾ, ਗੱਲਬਾਤ ਨਾ ਹੋਣ ਤੇ ਸ਼ੱਕ ਗਹਿਰਾਇਆ ਤੇ ਅਖੀਰ ਦੋਸ਼ੀ ਟੁੱਟ ਗਿਆ, ਅਖੇ ਵਿਆਹ ਲਈ ਪ੍ਰੇਸ਼ਾਨ ਕਰਦੀ ਸੀ ਤਾਂ ਖਤਮ ਕਰ ਦਿੱਤਾ। ਮੇਰੀਓ ਭੈਣੋ, ਜਿੰਨਾਂ ਤੁਹਾਨੂੰ 20 ਸਾਲ ਪਾਲਿਆ ਏ, ਉਹ ਤੁਹਾਨੂੰ ਤੁਹਾਡੇ ਤੋਂ ਬੇਹਤਰ ਜਾਣਦੇ ਨੇਂ, ਸੋ ਸਿਆਣੇ ਨਹੀਂ, ਸਮਝਦਾਰ ਬਣੋ, ਸਾਵਧਾਨ ਰਹੋ, ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਰਹੋ
Tuesday, November 15, 2022
Wednesday, November 9, 2022
कुछ व्यवहार करते समय #नफा नुकसान नहीं देखना चाहिए।
बहुत दिनो से स्कूटी का उपयोग नही होने से, विचार आया #Olx पे बेच दे..
कीमत Rs 30000/- डाल दी
बहुत आफर आये 15 से 28 हजार तक।
एक का 29 का प्रस्ताव आया।
उसे भी waiting में रखा।
कल सुबह काल आया, उसने कहा-
"साहब नमस्कार 🙏 ,
आपकी गाडी का add देखा। पसंद भी आयी है। परंतु 30 जमाने का बहुत प्रयत्न किया, 24 ही इकठ्ठा कर पाया हूँ। बेटा #इंजिनियरिंग के अंतिम वर्ष में है। बहुत मेहनत किया है उसने। कभी पैदल, कभी सायकल, कभी बस, कभी किसी के साथ। सोचा अंतिम वर्ष तो वह अपनी गाडी से ही जाये। आप कृपया स्कूटी मुझे ही दिजीएगा। नयी गाडी मेरी हैसियत से बहुत ज्यादा है। थोडा समय दिजीए। मै पैसो का इंतजाम करता हूँ। मोबाइल बेच कर कुछ रुपये मिलेंगें। परंतु हाथ जोड़कर कर निवेदन है साहब,मुझे ही दिजीएगा।"
मैने औपचारिकता में मात्र #Ok बोलकर फोन रख दिया। Uttam Gupta Ayodhya
कुछ विचार मन में आये।
वापस काल बैक किया और कहा
"आप अपना #मोबाइल मत बेचिए, कल सुबह केवल 24 हजार लेकर आईए, गाडी आप ही ले जाईए वह भी मात्र 24 में ही"
मेरे पास 29 हजार का प्रस्ताव होने पर भी 24 में किसी अपरिचित व्यक्ति को मै स्कूटी देने जा रहा था।
सोचा उस परिवार में आज कितने आनंद का निर्माण हुआ होगा।
कल उनके घर स्कूटीआएगी।
और मुझे ज्यादा नुकसान भी नहीं हो रहा था।
ईश्वर ने बहुत दिया है और सबसे बडा धन #समाधान है जो कूट-कूटकर दिया है।
अगली सुबह उसने कम से कम 6-7 बार फोन किया
"#साहब कितने बजे आऊ, आपका समय तो नही खराब होगा। पक्का लेने आऊं, बेटे को लेकर या अकेले आऊ। पर साहब गाडी किसी को और नही दिजीएगा।"
वह 2000, 500, 200, 100, 50 के #नोटों का संग्रह लेकर आया, साथ में बेटा भी था। ऐसा लगा, पता नही कहा कहा से निकाल कर या मांग कर या इकठ्ठा कर यह पैसे लाया है।
बेटा एकदम आतुरता और कृतज्ञता से 🛵 को देख रहा था। मैने उसे दोनो चाबियां दी, कागज दिये। बेटा गाडी पर विनम्रतापूर्वक हाथ फेर रहा था। रुमाल निकाल कर पोछ रहा था।
उसनें पैसे गिनने कहा, मैने कहा आप गिनकर ही लाये है, कोई दिक्कत नहीं।
जब जाने लगे, तो मैने उन्हे 500 का एक नोट वापस करते कहाँ, घर जाते #मिठाई लेते जाएगा। सोच यह थी कि कही तेल के पैसे है या नही। और यदि है तो मिठाई और तेल दोनो इसमें आ जायेंगे।
आँखों में कृतज्ञता के आंसु लिये उसने हमसे विदा ली और अपनी 🛵 ले गया। जाते समय बहुत ही आतुरता और विनम्रता से झुककर अभिवादन किया। बार बार आभार व्यक्त किया।
दोस्तो जीवन में कुछ व्यवहार करते समय #नफा नुकसान नहीं देखना चाहिए।
अपने माध्यम से किसी को क्या सच में कुछ आनंद प्राप्त हुआ यह देखना भी होता है
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ਇੱਕ ਪਿਓ ਦੇ ਹੰਝੂ
ਅੱਜ ਟਰੇਨ ਵਿੱਚ ਇਕ 18-19 ਸਾਲ ਦੀ ਸੋਹਣੀ ਕੁੜੀ ਚੜੀ, ਸਾਮਣੇ ਵਾਲੀ ਬਰਥ ਉਸਦੀ ਰਿਜ਼ਰਵ ਸੀ। ਉਹਦੇ ਪਿਓ ਜੀ ਉਸਨੂੰ ਛੱਡਣ ਆਏ ਹੋਏ ਸਨ।ਕੁੜੀ ਜਦ ਆਪਣੀ ਸੀਟ ਤੇ...
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shiv kumar batalvi sampuran kavv https://drive.google.com/file/d/1HTwzRGURgKJJZ84sGOHxaPszxd9dLMVo/view?usp=drivesdk